शिवालय मंदिर, ठरड़ा

शिवालय मंदिर ये मंदिर शिव महाकालेश्वर का है, वैसे तो  इस मंदिर का इतिहास ज्यादा पुराना तो नहीं है लेकिन  पूर्वजो के अनुसार इस मंदिर का इतिहास 80 वर्ष पुराना है ये मंदिर सुजानगढ़ रेलवे स्टेशन लगभग 4 -5 किलोमीटर की दुरी पर स्थित है ये मंदिर शहर की भाग दौड़ से दूर ठरड़ा गाव में होने के कारण लोग इस शांत वातावरण में आना ज्यादा पसंद करते है और लोगो की पसंद व्  इसी सहयोग को देखते हुए सन 2000 में इस मंदिर का जीर्णोद्वार कार्य शुरू हुआ जो की लगभग 17 वर्ष तक चलकर 2017 में इस मंदिर को भव्यता व् सुन्दरता प्रदान की गई | आज यही मंदिर सुजानगढ़ में विशेष कला के रूप में जाना जाता है |

पुराना मंदिर 

हाल ही के दिनों में मुख्य मंदिर के रूप में बड़ा मंदिर बनाया गया है और जो पुराना मंदिर था उसे उसी जगह जमीन के गर्भग्रह में ध्यान केंद्र बनाकर उस दिव्य मंदिर को भूमिगत रखा गया है |

नये मंदिर की विशेषताए 

  • इस मंदिर का निर्माण सफ़ेद संगमरमर के पत्थर से किया गया है तथा संगमरमर के पत्थर पर हस्तकला की अद्भुत कारीगरी भी देखने को मिलती है 
  • मंदिर के भीतरी भाग में दीवारों पर कांच की अद्भुत कलाकारी देखने को मिलती है जिसमे भगवान शिव से सम्बन्धित चित्र बनाये हुए है |
  • कहा जाता है शिवालय मंदिर के शिवलिंग को ओंकारेश्वर ज्योतिर्लिंग के पास से लाया गया है। और यह शिवलिंग माता नर्मदा नदी में से निकला हुआ है।
  • मंदिर के गुम्बद में भी अद्भुत कांच की कारीगरी देखने को मिलती है |
  • मंदिर ठीक सामने शिव वाहन नंदी की भव्य प्रतिमा स्थापित है  |
  •  इस मंदिर दाये भाग माँ गायत्री का मंदिर भी स्थापित है | 
  • इस मंदिर के दाये भाग में बड़ी शिवलिंग की आकृति भी बनी हुई  है जो इस मंदिर का आकर्षण का केंद्र भी है |


मंदिर की देख-रेख 

श्री शिवालय मंदिर सेवा ट्रस्ट द्वारा यहा मंदिर के विकास कार्य व आयोजनों व देख-रेख का कार्य देखा जाता है 

नोट 

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जानकारी आभार 
मंदिर ट्रस्ट परिवार और ग्राम वासी ( धन्यवाद )

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